झारखण्ड: मुख्यमंत्री बालिका शिक्षा प्रोत्साहन योजना ।

 


बालिका शिक्षा को माध्यमिक यानी दसवीं कक्षा तक एवं उच्च माध्यमिक स्तर तक प्रोत्साहित करने एवं उसमें सुधार करने के लिए राज्य सरकार स्नातकोत्तर स्तर तक छात्राओं को निःशुल्क शिक्षा देने हेतु प्रतिबद्ध हैं। इस योजना का उद्देश्य छात्राओं का विद्यालय में शत् प्रतिशत नामांकन, उनका ठहराव एवं उन्हें गुणवत्ता शिक्षा प्रदान करना है। इसके लिए वित्तीय वर्ष 2019-20 से " मुख्यमंत्री बालिका शिक्षा प्रोत्साहन योजना" के नाम लागू किया गया है।  इसके अन्तर्गत निम्न चार योजनाएं शुरू किया गया है:-

क) निःशुल्क साईकिल वितरण योजना:  छात्र-छात्राओं के बीच शिक्षा के प्रसार तथा उनकी विद्यालयों में सत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने हेतु अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति  अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा निशुल्क साइकिल दिया जाता है।

ख) छात्राओं को निशुल्क शिक्षा : राज्य में बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने छात्राओं को स्नातकोत्तर स्तर तक निशुल्क शिक्षा प्रदान करने का निर्णय लिया है इस क्रम में मैट्रिक एवं क्लास 2 परीक्षा में शामिल छात्राओं से परीक्षा शुल्क नहीं लिया जाता है छात्राओं के परीक्षा शुल्क की प्रतिपूर्ति  झारखंड अधिविध परिषद को की जाती है । इससे प्रतिवर्ष प्रतिवर्ष लगभग 400000 छात्राएं लाभान्वित होती है।

ग)  उत्क्रमित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों को सहायता :- केंद्र प्रायोजित समग्र शिक्षा अभियान के तहत कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय शैक्षिक दृष्टि से पिछड़े सभी 203 प्रखंडों में संचालित है। राज्य सरकार द्वारा वर्ग नवम से वर्ग 12वीं तक की शिक्षा की व्यवस्था की गई है एवं यह व्यवस्था काफी कारगर सिद्धि हुई है।

घ)  बालिकाओं को पोशाक, पाठ्य पुस्तक, एवं कॉपी का निशुल्क वितरण योजना:- माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक स्तर पर बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए इंटरमीडिएट स्तर तक की प्रत्येक बालिका को मुफ्त शिक्षा उपलब्ध कराने के साथ-साथ राज्य सरकार की कक्षा नवम से 12वीं तक की सभी बालिकाओं को पोशाक पाठ्य पुस्तक और कॉपी निशुल्क उपलब्ध कराने की योजना है।

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