झारखण्ड राज्य के कृषि विकास में बीएयू की भूमिका अहम -श्री बादल



 कृषि मंत्री श्री बादल ने कहा कि बिरसा कृषि विश्वविद्यालय की भूमिका राज्य में कृषि विकास के क्षेत्र में अविस्मरणीय रही है। उन्होंने कहा कि राज्य के किसानों की  दशा और दिशा बदलने में बीएयू की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता। वे आज बिरसा कृषि विश्वविद्यालय प्रांगण में आयोजित अभिनंदन समारोह में बोल रहे थे।  

श्री बादल ने कहा कि राज्य में किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। किसानों को कृषि यंत्र के साथ-साथ बीज का वितरण व किसान क्रेडिट कार्ड से आच्छादित किया जा रहा है। कृषि मंत्री ने कहा कि विवि के तकनीकी विकास एवं तकनीकी हंस्तान्तरण तथा तय मानकों के अनुरूप सरकार सहयोग करेगी. छात्रों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा एवं प्लेसमेंट के अवसर की दिशा में प्रयास होंगे. मंत्री जी ने कहा कि झारखण्ड आदिवासी बहुल राज्य है. इनके हितों की रक्षा एवं कृषि विकास हेतु पक्ष एवं विपक्ष के संयुक्त प्रयास से बिरसा कृषि विश्वविद्यालय को केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय बनाने की दिशा में कदम उठाये जा रहे हैं। कृषि मंत्री ने बीएयू की स्थापना में स्व. कार्तिक उराव के योगदान के बारे में बताया और उनके नाम से संस्थान की स्थापना की बात रखी. कहा कि राज्य का विकास एवं दिशा कृषि से ही बदलेगा। कृषि विभाग एवं विश्वविद्यालय हरेक स्तर पर अधिकाधिक बिरसा किसानों को कृषि तकनीकी से जागरूक एवं समृद्ध करें. किसानों का विश्वास जीता जाय और कृषि उत्पादों का किसानों को मुनासिब मूल्य मिले. उन्होंने प्रत्येक कृषि विज्ञान केन्द्रों को 5 हजार किसानों को जागरूक एवं आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करने की सलाह दी।

पहली बार कृषि मंत्री बादल जी के आगमन पर बीएयू कुलपति डॉ ओएन सिंह ने उनका अभिनन्दन किया। समारोह में कृषि मंत्री द्वारा विवि के मृत कर्मियों के 22 आश्रितों को अनुकंपा पर आधारित नियुक्ति - पत्र प्रदान किया गया।  उन्होंने कहा कि विभागीय स्तर पर नियुक्ति की प्रक्रिया  चल रही है। जिसके परिणाम जल्द देखने को मिलेंगे।  देश एवं राज्य की बहुतायत आबादी कृषि पर निर्भर है. देश के जीडीपी में कृषि का औसत योगदान 17 प्रतिशत और राज्य के जीडीपी में कृषि का औसत योगदान 12 प्रतिशत मात्र है। उन्होंने कहा कि केंद्र में कृषि का बजट मात्र 7 प्रतिशत एवं राज्य में 5 प्रतिशत है. इसमें सुधार के लिए अधिकार एवं कर्तव्य बोध पर ध्यान देने होगा. 

मौके पर रांची सांसद संजय सेठ ने बीएयू को केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय का दर्जा देने का प्रस्ताव राज्य सरकार के स्तर से भेजने और केंद्र सरकार में हरसंभव प्रयास एवं सहयोग देनी की बात कही। उन्होंने कहा कि झारखण्ड कृषि मामलों में, विशेषकर सब्जी उत्पादन में काफी समृद्ध है. जिसे आगे बढ़ाने एवं पंचायत स्तर पर कृषि शो केस स्थापित करने की जरूरत है। 

कांके विधायक समरीलाल ने प्रदेश के किसानों की खुशहाली के लिए राज्य सरकार द्वारा कृषि विश्वविद्यालय पर खास ध्यान देने की आवश्यकता जोर दिया। उन्होंने विवि में गृह विज्ञान कॉलेज खोलने तथा केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय की दर्जा दिलाने की मांग रखी। 

(सोत्र:- सुचना एवं जनसंपर्क विभाग, झारखण्ड सरकार।) 

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