नई दिल्ली, संवाददाता: बनासकांठा जिले के अंबाजी कस्बे के आदिवासी बच्चों का एक म्यूजिकल बैंड 31 अक्टूबर को केवड़िया में प्रधानमंत्री के सामने प्रस्तुति देगा. प्रधानमंत्री राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर केवड़िया जाएंगे.
यह पहला मौका नहीं है जब म्यूजिकल बैंड प्रधानमंत्री के समक्ष प्रस्तुति देगा. इससे पहले 30 सितम्बर 2022 को प्रधानमंत्री के सार्वजनिक समारोह के लिए अंबाजी पहुंचने पर उनके स्वागत में इस बैंड ने प्रस्तुति दी थी. प्रधानमंत्री ने उस समय विभिन्न विकास परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित की और 7200 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखी.
प्रधानमंत्री ने न केवल युवा बैंड के प्रदर्शन की सराहना की और उसका आनंद लिया, बल्कि उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि सार्वजनिक समारोह शुरू होने से पहले वे व्यक्तिगत रूप से उनसे बातचीत करें. अपने युवा दोस्तों को प्रोत्साहित करने के लिए, प्रधानमंत्री ने उनके साथ एक ग्रुप फोटो खिंचवाई.
ऐसे असाधारण संगीत कौशल सीखने वाले इन जनजातीय बच्चों की कहानी बताने लायक है. बच्चे कभी अपनी बुनियादी जरूरतों और शिक्षित होने का मौका पाने के लिए लड़ रहे थे. वे अक्सर अंबाजी मंदिर के पास पाए जाते थे जहां वे आगंतुकों के सामने भीख मांगते थे. अंबाजी में स्थित श्री शक्ति सेवा केंद्र नामक एक स्थानीय एनजीओ ने इन बच्चों को शिक्षित करने के लिए न केवल इनके साथ काम किया बल्कि उनके कौशल को भी पहचाना जिनमें वे अच्छे हैं. एनजीओ श्री शक्ति सेवा केन्द्र ने म्यूजिकल बैंड वाले जनजातीय बच्चों को भी कुशल बनाया.
प्रधानमंत्री ने युवा बैंड के प्रदर्शन का इतना आनंद लिया और उसकी सराहना की कि उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर बैंड को केवड़िया आमंत्रित किया जाए, ताकि वे भी ऐतिहासिक दिन पर भाग ले सकें और प्रदर्शन कर सकें.
31 अक्टूबर को प्रधानमंत्री केवड़िया जाएंगे और पटेल की 147वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देंगे। वह एकता दिवस परेड में भी भाग लेंगे और लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में फाउंडेशन कोर्स कर रहे विभिन्न सिविल सेवाओं से संबंधित अधिकारी प्रशिक्षुओं के साथ बातचीत करेंगे.
कालीदास मुर्मू, संपादक आदिवासी परिचर्चा।
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